
कोंडागांव, 05 अगस्त 2025: फरसगांव ब्लॉक | बस्तर की पवित्र धरा एक बार फिर आस्था की रोशनी से जगमगाने वाली है। साल में सिर्फ एक दिन दर्शन के लिए खुलने वाला ग्राम आलोर झाटीबन की पहाड़ी पर स्थित माँ लिंगेश्वरी गुफा मंदिर 03 सितंबर 2025, दिन बुधवार को भक्तों के लिए खोला जाएगा। यह निर्णय मंदिर सेवा समिति द्वारा लिया गया, जिसकी जानकारी सोमवार दोपहर 1:30 बजे फरसगांव रेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता के माध्यम से दी गई।
भाद्रपद माह की इस विशेष तिथि को लेकर श्रद्धालुओं में गहरी श्रद्धा और उत्साह देखने को मिल रहा है। दूर-दराज़ से लोग इस पवित्र दिन का इंतजार करते हैं, जब गुफा में स्थित शिवलिंग रूपी माँ लिंगेश्वरी के दर्शन होते हैं। ऐसी मान्यता है कि माँ लिंगेश्वरी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं, विशेषकर निःसंतान दंपती यहाँ संतान प्राप्ति की कामना लेकर पहुँचते हैं।
ग्राम झाटीबन आलोर के शांत और सुरम्य पहाड़ी इलाके में स्थित यह गुफा मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक शक्ति का संगम है। यह स्थान सिर्फ कोंडागांव ही नहीं, बल्कि पूरे बस्तर अंचल के धार्मिक मानचित्र पर एक विशेष स्थान रखता है।
हर वर्ष यहाँ लगने वाला लिंगेश्वरी माता मेला आस्था, संस्कृति और लोक परंपराओं का अद्भुत संगम होता है। छत्तीसगढ़ ही नहीं, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश जैसे कई राज्यों से भी श्रद्धालु यहाँ पहुंचते हैं।
मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे निर्धारित तिथि पर दर्शन के लिए पहुँचें और स्थानीय नियमों का पालन करें। सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर प्रशासन भी तैयारियों में जुट गया है।
भक्तों के लिए एक दिन, लेकिन आस्था जीवन भर की – माँ लिंगेश्वरी के दर्शनों का यह एकमात्र वार्षिक अवसर न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह बस्तर की सांस्कृतिक विरासत को भी जीवित रखने वाला दिन है।