Friday, September 26, 2025

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स्कूली बच्चों को दी गई विषैले जीवों से बचाव के तरीकों की जानकारी

केशकाल/विश्रामपुरी :~

बारिश का मौसम शुरू होते ही सर्प दंश और बिच्छू दंश का खतरा बढ़ जाता है। इसी खतरे को देखते हुए, कोंडागांव जिले के बड़े राजपुर विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत हरवेल स्थित माध्यमिक शाला डिहीपारा में बच्चों को इन विषैले जीवों से बचाव के तरीकों की जानकारी दी गई।

‘सुरक्षित शनिवार’

कार्यक्रम के तहत यह पहल बीते शनिवार को की गई। शिक्षक संजय मंडावी ने बच्चों को खास तौर पर सांपों से जुड़ी भ्रांतियों और अंधविश्वासों के बारे में समझाया और उन्हें दूर करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि सांप के काटने पर झाड़-फूंक के बजाय तुरंत प्राथमिक उपचार करना और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से मदद लेना क्यों ज़रूरी है।कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि बारिश के मौसम में सांप और अन्य विषैले जीव-जंतु अक्सर सूखे और सुरक्षित ठिकानों की तलाश में घरों के आस-पास आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों को अपने आसपास साफ-सफाई रखने और सतर्क रहने की सलाह दी गई ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शाला के प्रधानाध्यापक अर्जुन सिंह नाग, शिक्षक झगेश्वार गौर, राम प्रसाद नेताम, सुरेश मरकाम और सियाराम नेताम सहित सभी शिक्षक उपस्थित रहे। इस पहल से बच्चों में सर्प दंश और बिच्छू दंश के प्रति सही जागरूकता पैदा करने में मदद मिलेगी।

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स्कूली बच्चों को दी गई विषैले जीवों से बचाव के तरीकों की जानकारी

केशकाल/विश्रामपुरी :~

बारिश का मौसम शुरू होते ही सर्प दंश और बिच्छू दंश का खतरा बढ़ जाता है। इसी खतरे को देखते हुए, कोंडागांव जिले के बड़े राजपुर विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत हरवेल स्थित माध्यमिक शाला डिहीपारा में बच्चों को इन विषैले जीवों से बचाव के तरीकों की जानकारी दी गई।

‘सुरक्षित शनिवार’

कार्यक्रम के तहत यह पहल बीते शनिवार को की गई। शिक्षक संजय मंडावी ने बच्चों को खास तौर पर सांपों से जुड़ी भ्रांतियों और अंधविश्वासों के बारे में समझाया और उन्हें दूर करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि सांप के काटने पर झाड़-फूंक के बजाय तुरंत प्राथमिक उपचार करना और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से मदद लेना क्यों ज़रूरी है।कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि बारिश के मौसम में सांप और अन्य विषैले जीव-जंतु अक्सर सूखे और सुरक्षित ठिकानों की तलाश में घरों के आस-पास आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों को अपने आसपास साफ-सफाई रखने और सतर्क रहने की सलाह दी गई ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शाला के प्रधानाध्यापक अर्जुन सिंह नाग, शिक्षक झगेश्वार गौर, राम प्रसाद नेताम, सुरेश मरकाम और सियाराम नेताम सहित सभी शिक्षक उपस्थित रहे। इस पहल से बच्चों में सर्प दंश और बिच्छू दंश के प्रति सही जागरूकता पैदा करने में मदद मिलेगी।

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