Friday, September 26, 2025

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कोंडागांव जिले से 51 श्रद्धालुओं का दल श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या और काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन के लिए रवाना हुआ।कोंडागांव से विधायक सुश्री लता उसेंडी द्वारा हरी झंडी दिखाकर दर्शनार्थियों को रवाना किया गया।

कोंडागांव

 छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित श्री रामलाल दर्शन योजना के अंतर्गत कोंडागांव जिले से 51 श्रद्धालुओं का दल श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या और काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन के लिए रवाना हुआ। यह योजना 18 वर्ष से अधिक आयु के छत्तीसगढ़ के नागरिकों को देश के प्रमुख तीर्थस्थलों का निःशुल्क दर्शन कराने हेतु चलाई जा रही है।

5 अगस्त को जिला पंचायत संसाधन केंद्र कोंडागांव से विधायक सुश्री लता उसेंडी द्वारा हरी झंडी दिखाकर दर्शनार्थियों को रवाना किया गया। जिले से रवाना हुए यात्रियों में 75 प्रतिशत ग्रामीण और 25 प्रतिशत शहरी क्षेत्र के श्रद्धालु शामिल थे।

6 अगस्त को सभी श्रद्धालु राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पहुँचे, जहाँ से बस्तर और दुर्ग संभाग के सभी श्रद्धालुओं को विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन में सवार कराया गया। इस ट्रेन को पूर्व मुख्यमंत्री एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष रमन सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

यात्रा के दौरान सभी 51 श्रद्धालुओं को सरकार की ओर से भोजन, आवास और परिवहन की समुचित व्यवस्था प्रदान की गई। इनमें से 15 श्रद्धालुओं ने पहली बार रेल यात्रा का अनुभव प्राप्त किया।

दर्शनार्थी 7 अगस्त की सुबह बनारस रेलवे स्टेशन पहुँचे, जहाँ से उन्हें बस द्वारा सारनाथ ले जाया गया और वहाँ उन्हें आराम हेतु विभिन्न लॉज और होटलों में ठहराया गया। उसी दिन सभी श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किया और मणिकर्णिका घाट का भ्रमण किया। रात्रि विश्राम के बाद 8 अगस्त को सभी को अयोध्या धाम ले जाया गया, जहाँ उन्होंने श्रीरामलला के भव्य मंदिर के दर्शन किए। इसके अलावा उन्होंने हनुमानगढ़ी, दशरथ महल, लता मंगेशकर चौक और सरयू घाट में महाआरती का पुण्य लाभ प्राप्त किया।

दर्शन के उपरांत सभी यात्रियों को अयोध्या रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन द्वारा पुनः छत्तीसगढ़ के लिए रवाना किया गया। राजनांदगांव स्टेशन पर पहुँचने के बाद सभी श्रद्धालु अपने-अपने जिले को लौट गए।

इस सफल और सुखद यात्रा के लिए सभी यात्रियों ने छत्तीसगढ़ सरकार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह योजना उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो आर्थिक कारणों से तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते।

छत्तीसगढ़ सरकार ने विश्वास दिलाया है कि भविष्य में भी ऐसे श्रद्धालुओं को निःशुल्क तीर्थ यात्रा का अवसर दिया जाएगा, ताकि हर व्यक्ति अपने जीवन में धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सके

International

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कोंडागांव जिले से 51 श्रद्धालुओं का दल श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या और काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन के लिए रवाना हुआ।कोंडागांव से विधायक सुश्री लता उसेंडी द्वारा हरी झंडी दिखाकर दर्शनार्थियों को रवाना किया गया।

कोंडागांव

 छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित श्री रामलाल दर्शन योजना के अंतर्गत कोंडागांव जिले से 51 श्रद्धालुओं का दल श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या और काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन के लिए रवाना हुआ। यह योजना 18 वर्ष से अधिक आयु के छत्तीसगढ़ के नागरिकों को देश के प्रमुख तीर्थस्थलों का निःशुल्क दर्शन कराने हेतु चलाई जा रही है।

5 अगस्त को जिला पंचायत संसाधन केंद्र कोंडागांव से विधायक सुश्री लता उसेंडी द्वारा हरी झंडी दिखाकर दर्शनार्थियों को रवाना किया गया। जिले से रवाना हुए यात्रियों में 75 प्रतिशत ग्रामीण और 25 प्रतिशत शहरी क्षेत्र के श्रद्धालु शामिल थे।

6 अगस्त को सभी श्रद्धालु राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पहुँचे, जहाँ से बस्तर और दुर्ग संभाग के सभी श्रद्धालुओं को विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन में सवार कराया गया। इस ट्रेन को पूर्व मुख्यमंत्री एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष रमन सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

यात्रा के दौरान सभी 51 श्रद्धालुओं को सरकार की ओर से भोजन, आवास और परिवहन की समुचित व्यवस्था प्रदान की गई। इनमें से 15 श्रद्धालुओं ने पहली बार रेल यात्रा का अनुभव प्राप्त किया।

दर्शनार्थी 7 अगस्त की सुबह बनारस रेलवे स्टेशन पहुँचे, जहाँ से उन्हें बस द्वारा सारनाथ ले जाया गया और वहाँ उन्हें आराम हेतु विभिन्न लॉज और होटलों में ठहराया गया। उसी दिन सभी श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किया और मणिकर्णिका घाट का भ्रमण किया। रात्रि विश्राम के बाद 8 अगस्त को सभी को अयोध्या धाम ले जाया गया, जहाँ उन्होंने श्रीरामलला के भव्य मंदिर के दर्शन किए। इसके अलावा उन्होंने हनुमानगढ़ी, दशरथ महल, लता मंगेशकर चौक और सरयू घाट में महाआरती का पुण्य लाभ प्राप्त किया।

दर्शन के उपरांत सभी यात्रियों को अयोध्या रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन द्वारा पुनः छत्तीसगढ़ के लिए रवाना किया गया। राजनांदगांव स्टेशन पर पहुँचने के बाद सभी श्रद्धालु अपने-अपने जिले को लौट गए।

इस सफल और सुखद यात्रा के लिए सभी यात्रियों ने छत्तीसगढ़ सरकार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह योजना उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो आर्थिक कारणों से तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते।

छत्तीसगढ़ सरकार ने विश्वास दिलाया है कि भविष्य में भी ऐसे श्रद्धालुओं को निःशुल्क तीर्थ यात्रा का अवसर दिया जाएगा, ताकि हर व्यक्ति अपने जीवन में धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सके

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